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प्रयागराज महाकुंभ मे श्री सुधांशु जी महाराज का विशेष आध्यात्मिक शिवर और सत्संग का हुआ आयोजन...

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रिपोर्ट:- विजित कुशवाहा 

प्रयागराज:- महाकुम्भ मे सुधांशु जी महाराज की दिव्य उपस्थिति से प्रयागराज में आध्यात्मिक चेतना का हुआ संचार। प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु श्री सुधांशु जी महाराज द्वारा महाकुंभ मेला के दौरान प्रयागराज में एक विशेष आध्यात्मिक शिवर का आयोजन किया गया है। यह शिविर 21 जनवरी से 23 जनवरी और 4 फरवरी से 7 फरवरी तक प्लॉट नंबर 46 सेक्टर 6 नागवासुकी रोड प्रयागराज में आयोजित किया गया है। यह शिविर उन सभी श्रद्धालुओं और भक्तों के लिए खुला है जो प्रयागराज के इस महाकुंभ को आध्यात्मिक यात्रा में बदलना चाहते हैं और अपने जीवन को पावन और आनंदमय बनाना चाहते हैं। प्रयागराज के इस आध्यात्मिक शिविर का आयोजन श्री सुधांशु जी महाराज और डॉक्टर अर्चिका दीदी के मार्गदर्शन में किया गया है। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ में आए भक्तों को आत्म शुद्धि से जोड़ना है। शिविर में आने वाले सभी श्रद्धालु महाकुंभ के संगम स्नान के साथ-साथ अनेक आध्यात्मिक गतिविधियों में भी भाग ले सकते हैं। शिविर में सम्मिलित सभी श्रद्धालु प्रातः गंगा ,यमुना और सरस्वती नदी के संगम में डुबकी के साथ-साथ वैदिक मंत्रोच्चार,यज्ञ, योग, ज्ञान,सत्संग कथा और गंगा महाआरती में भी सम्मिलित हो सकते हैं।

45 दिवसीय इस महाकुंभ का आयोजन 14 जनवरी के शाही स्नान के साथ शुरू हो चुका है और यह आयोजन 26 फरवरी को समाप्त होगा। महाकुंभ सृष्टि का एकमात्र ऐसा पर्व है जहां विभिन्न देवताओं के अनुयायी एकत्रित होकर सनातन धर्म की शक्ति और गौरव का आभास करते हैं। प्रयागराज के इस महाकुंभ के दौरान मानव सेवा के प्रति अपनी अटूट श्रद्धा को दर्शाते हुए श्री सुधांशु जी महाराज द्वारा शिविर में भंडारा, जरूरतमंद को कंबल वितरण और जीवों के प्रति सम्मान दर्शन हेतु गौ पूजन का भी आयोजन किया जा रहा है।

प्रयागराज के महाकुंभ में आयोजकों की विशिष्ट व्यवस्था और समर्पण की सराहना करते हुए सुधांशु जी महाराज ने इस आयोजन को उत्कृष्ट बताते हुए कहा है कि “महाकुंभ एक दुर्लभ खगोलीय घटना है जो आत्म जागृति और मोक्ष प्राप्ति का अनुपम अवसर प्रदान करती है। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ एवं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने महाकुंभ के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के अतुलनीय प्रयास किए हैं।

महाकुंभ मेला केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं बल्कि यह धार्मिक और सामाजिक संवेदनाओं का मेल है जिसमें दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और महाकुंभ की इस दिव्यता का आभास कर रहे हैं। महाकुंभ हज़ारों वर्षों से भारत की सनातन परंपराओं और विश्वास की अद्वितीय शक्ति को दर्शाता हुआ एक प्रतीक रहा है।

महाकुंभ के दौरान आयोजित सुधांशु महाराज के इस शिविर में भाग लेकर श्रद्धालु न केवल महाकुंभ की दिव्यता का अनुभव करते हैं बल्कि अपनी आत्मा को शुद्ध कर आध्यात्मिक गहराइयों को भी महसूस कर सकते हैं।

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