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17 वर्षीय बेटे की तलाश मे दर दर भटक रही बूढ़ी माँ, महिला का आरोप बेटे की हत्या करवा दी गयी...

 

रिपोर्ट:- विजित कुशवाहा 

प्रयागराज:- नैनी थाना अंतर्गत पश्चिम पट्टी महेवा एग्रीकल्चर चौकी क्षेत्र की रहने वाली आशा देवी अपने 17 वर्षीय बेटे की तलाश में दर-दर भटक रही हैं। महिला ने अपने बेटे की हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए पुलिस और उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।

आशा देवी का बेटा 10/11 नवंबर की रात अपने पड़ोस की एक लड़की को लेकर भाग गया था। इस घटना के बाद लड़की के चाचा ने 12 नवंबर को नैनी थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। कुछ दिन बाद लड़की और लड़का वापस अपने घर लौट आए, जिसके बाद लड़के के परिजनों ने अधिवक्ता के माध्यम से उन्हें सुपुर्द कर दिया।

आशा देवी का कहना है कि लड़की अपने परिवार द्वारा मारपीट के कारण दिसंबर के प्रथम सप्ताह में फिर से भाग गई और उनके बेटे को भी अपने साथ ले गई। एक हफ्ते बाद लड़का वापस आ गया और अधिवक्ता के चेंबर में पहुंचा दिया गया। आशा देवी का आरोप है कि अधिवक्ता डीआर पाल ने उनके साथ धोखा किया और उनके बेटे को गायब कर दिया, जबकि लड़की को पुलिस की उपस्थिति में उसके परिजनों को सौंप दिया गया।

आशा देवी का कहना है कि जब वह अपने बेटे को ढूंढते हुए पुलिस चौकी और थाने पहुंचीं, तो पुलिस ने उनकी मदद करने के बजाय उन्हें डांटकर भगा दिया। उन्होंने आशंका जताई है कि उनके बेटे की हत्या कर दी गई होगी।

महिला ने कहा कि यदि उनके बेटे ने कोई अपराध किया है, तो उसे न्यायालय द्वारा सजा दी जाए। लेकिन उन्हें यह जानने का हक है कि उनका "बेटा जिंदा है या नहीं"।

शनिवार को आशा देवी ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब के नाराद सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी व्यथा मीडिया के सामने रखी। उन्होंने मांग की है कि पुलिस उनके बेटे को जल्द से जल्द बरामद करे और उन्हें न्याय दिलाए।

महिला का स्पष्ट आरोप है कि अधिवक्ता ने उनके बेटे को लड़की के परिजनों को सौंप दिया, और उसके बाद से उनके बेटे का कोई पता नहीं है। अब यह देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और युवक को कैसे बरामद करती है।


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